संसार में जब लेनदेन शुरू हुआ तो शरुआती दौर में किसी दूसरे से कोई चीज लेने तरीका था कि आपनी कोई चीज देखकर बदले में कोई दूसरी चीज ले ले, इस लेनदेन से दोनों को अपने अपने काम की चीज मिल जाती थी, इसे Barter System अर्थात वस्तु विनिमय प्रणाली कहा गया। मगर कभी-कभी यह होता है किसी को बदले में दूसरी चीज नहीं चाहिए होती तब करेंसी (Currency) का निर्माण किया गया, इसने दुनिया की तस्वीर ही बदल के रख दी, मगर बड़ा बदलाव तब आया जब पिछले कुछ सालों में डिजिटल करेंसी की शुरुआत हुई। स्वाभाविक है की टेक्नोलॉजी बदली तो व्यापार का तरीका भी बदल गया अब लोग बात करते हैं Trading की और ट्रेडिंग में अब सब कुछ शामिल हो जाता है,
जैसे- Stock Market Trading, Commodity Trading और अब Crypto Currency Trading भी
तो ट्रेडिंग से आपको क्या फायदा हो सकता है?
आज हम क्रिप्टो सीरीज Trading Basics Information and Trading strategies में इसी स्ट्रेटजी के बारे में सब जानेंगे तो आइए थोड़ा सा जान लेते हैं कि आखिर Trading Kya Hai? और Trading Ke Kitane Prakar Hai?
Table of Contents
Trading Kya Hai? | What is trading?
वैसे तो आप जानते हैं कि ट्रेडिंग का मतलब है, सामान खरीदना और उसके भाव बढ़ने पर उसे बेच देना।
बहुत सारे लोगों को लगता है कि ट्रेडिंग बस स्टॉक मार्केट की ही होती है तो आपको हम बताते चलें कि Trading कई प्रकार की होती है और इसमें Stock trading, Commodity Trading के लिए आपको डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ेगी
DEMAT ACCOUNT KYA HAI? | WHAT IS DEMAT ACCOUNT?
DEMAT ACCOUNT वह खाता है जिसमें कंपनियों के शेयर डिजिटल फॉर में रखे होते हैं तथा यह डिसेंट्रलाइज खाता के अंतर्गत आते हैं।
दूसरा है trading account
Trading Account Kya Hai? | What is Trading Account?
जिसमें आप इंट्राडे कारोबार कर सकते हैं, Intraday trading का मतलब होता है कि बाजार खुला और आपने शेयर्स खरीदें और बाजार बंद होने से पहले आपने बेंच दिए, साथ ही मुनाफा भी कमा लिया।
यहां पर आप एक बात जान लीजिए क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग (Crypto trading) के लिए आपको डीमेट अकाउंट (DEMAT ACCOUNT) की आवश्यकता नहीं होगी, इसके लिए आपको क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना होगा, जैसे- Coins witch KUBER, Coin DCX, Wazir X आदि।
इसके बाद आपका केवाईसी (KYC) होगा, Crypto Exchange आपकी पहचान वेरीफाई करने के लिए आधार और पैन कार्ड मांगेगी और फिर बैंक अकाउंट के जरिए पैसे ट्रांसफर करने होंगे,
जैसे लोग Stock, Commodity, Gold या फिर Real Estate पैसे लगाकर कमाई करते हैं, वैसे भी क्रिप्टो करेंसी में भी हो सकता है।
क्रिप्टो करेंसी को नया एसिड क्लास माना गया है जो अभी रेगुलेट होना बाकी है, कई वजह से यह अनोखा भी है क्योंकि यह डिजिटल एसिड है और आप इसे कहीं से भी खरीद सकते हैं।
अब अगर बात करें कि ट्रेडिंग के दौरान क्या करें क्या ना करें
जैसे कि Trading के लिए सही Stock चुने अर्थात ज्यादा वॉल्यूम वाले स्टॉक्स पर ही ट्रेड करें
जिन शेयर्स में आपका विश्वास है उन पर ही अपना पैसा लगाएं
शेयर्स खरीदने से पहले उसके बारे में सब कुछ जान ले।
दुनिया भर के शेयर बाजार आपस में जुड़े हैं इसलिए सौदा करते समय विदेशी बाजारों पर नजर रखें क्योंकि इनका डायरेक्ट और इनडायरेक्ट शेयर्स पर प्रभाव पड़ता है।
उदाहरण के लिए टेस्ला के फाउंडर एलोन मस्क क्रिप्टो करेंसी पर अपने कॉमेंट्स को लेकर हमेशा चर्चा पर रहते हैं।
जब उन्होंने इस साल के शुरुआत में कहा उनकी कार को आप बिटकॉइन के माध्यम से भी खरीद सकते हैं तो इससे बिटकॉइन में बड़ा उछाल आ गया और फिर बाद में उन्होंने यह कहा की Bitcoin से आप इलेक्ट्रिक कार नहीं खरीद सकते, हर बार इन सब से जुड़े उनके कॉमेंट्स का असर होता रहता है Crypto World में।
Warren Buffett ने निवेश से जुड़े कुछ गोल्डन टूल्स बताए हैं, जैसे बाजार और कंपनी के बारे में होमवर्क करें अर्थात किसी के कहने पर पैसे ना लगाएं, कंपनी के बारे में अच्छी तरह से जान लें लंबी अवधि और पॉपुलर शेयर्स पर ही अपना पैसा लगाएं बड़े निवेश की जगह नियमित और छोटा निवेश करें।
अगर आप क्रिप्टो करेंसी से रातो रात अमीर बन जाएंगे ऐसा सोच रहे हैं तो हम आपको बता दें कि ऐसी कोई स्कीम नहीं।
बाजार धीरे-धीरे रिटर्न देता है आप जान चुके हैं कि ट्रेडिंग क्या है? और एक निवेशक के तौर पर क्या करना चाहिए?
मगर आपको इसका खास ख्याल रखना होगा कि ऐसी क्या Strategize हो कि नुकसान कम उठाना पड़े।
ज्यादातर Crypto currency Market की हलचल पर पकड़ बनाने के लिए, कुछ और बातें जान लें
Scalping Kya Hai? | What is Scalping?
(Strategize) स्ट्रेटजी के तौर पर बात करते हैं Scalping की, यह वह स्ट्रेटजी है जो छोटे-छोटे मुनाफे के लिए उपयोग की जाती है मगर सावधान रहें यह स्ट्रेटजी तभी काम करेगी जब मार्केट नॉर्मल होगा
इसे इस तरह समझे कि अगर से शेयर या क्रिप्टो करेंसी(cryptocurrency) 100 रुपये पर है और उसका प्राइस 101रुपये हो जाता है तो आपको तुरंत मुनाफा हो जाएगा और अगर बाजार पर उतार-चढ़ाव ज्यादा हुआ तो प्राइस जल्दी-जल्दी बदलेंगे और इस समय अगर आपने कोई सौदा कर लिया तो आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
अब बात जान लेते हैं, Technical Charts क्या होते हैं?
TECHNICAL CHART KYA HOTA HAI? | WHAT ARE THE TECHNICAL CHARTS?
सोशल मीडिया पर अक्सर आप Technical Charts के बारे में कई बार सुना होगा
यह चार्ट असल में किसी कंपनी के हिस्टोरिकल डाटा के आधार पर बनाया जाता है, शेयर के परफॉर्मेंस अर्थात प्राइस में उतार-चढ़ाव को समझने के लिए, इस चार्ट का उपयोग किया जाता है यानी deta Analysis किया जाता है अर्थात टेक्निकल (Technical) एनालिसिस
Technical Charts कई तरह के होते हैं, जैसे- Line Charts, Bar Charts और Candlestiks Charts।
बाजार पर नजर रखने के लिए इन चार्ट्स पर कुछ घंटे, दिन, हप्ते और महीने के आधार पर देखा जाता है।
एक दो बातें और जान लेंगे तो ट्रेडिंग(trading) पर आप की पकड़ और मजबूत बन जाएगी अर्थात घाटे का रिमोट कंट्रोल आपके पास आ जाएगा।
इसके लिए दो Term अर्थात अवधि इस्तेमाल की जाती हैं, Stop-loss और Target.
STOP-LOSS KYA HOTA HAI? | WHAT IS STOP-LOSS?
जब नुकसान को सीमित रखना होता है तो स्टॉपलॉस(Stop-loss) का प्रयोग किया जाता है।
इसे ऐसे समझ ही अगर आपने किसी शेयर का सौदा 300 रुपये में किया है और उसमें 315 रुपए मुनाफा चाहते हैं तो आप का स्टॉप-लॉस(Stop-loss) 294 या 295 रुपये के आसपास होना चाहिए।
असल में आप स्टॉप लॉस लगाकर आप अपना घाटा सीमित कर लेते हैं।
हम ट्रेडिंग स्ट्रेटजी(Trading strategies) के ए टू जेड तक आ गए हैं पर ट्रेडिंग की शुरुआत के बारे में थोड़ा बताते हैं
उदाहरण के लिए क्रिकेट का अनुभवी खिलाड़ी पहले पिच पर धीरे-धीरे खेलता है और देखता है कि पिच कैसे बर्ताव कर रही है उसी तरह प्रोफेशनल ट्रेडर(Professional Trader) शुरू में बड़ा दावँ नहीं लगाता, पहली बार बाजार का रुख पढता है,
अपने कुल राशि से कुछ छोटे अमाउंट में निवेश शुरू करता है फिर जैसे-जैसे बाजार कि समझ पढती जाती है, वह अपना रिस्क लेवल बढ़ाता जाता है और स्वाभाविक है कि उसकी कमाई भी बढ़ती जाती है।
मगर जिनकी बाजार में समझ नहीं होती है उनका बाजार में उतरते ही तजुर्बा खराब हो जाता है इसीलिए जल्दी और सटीक फैसले लेने के लिए आपको पहले अनुभव कमाना होगा अर्थात एक कहावत है ना की “धीरे चलें सुरक्षित पहुंचे।” हां Trading Market में भी यही काम करेगा।
अगर आप क्रिप्टो ट्रेडिंग (Crypto trading) करना चाहते हैं तो हमारे साथ जुड़े रहें और आर्टिकल्स को पढ़ते रहें और जिस जगह आपको समझ में ना आए तो आप हमसे कमेंट करके जरूर पूछें, हमें आपके सवालों के जवाब देने में खुशी होगी, धन्यवाद।
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FAQ
Trading Basics Information and Trading strategies से जुड़े अधिकतर पूँछे जाने वाले प्रश्न एवं उत्तर
ट्रेडिंग के लिए मुझे क्या ज्ञान होना चाहिए?
ट्रेडिंग के लिए आपको बाजार की समाज, वित्तीय विश्लेषण, तकनीकी विश्लेषण, जोखिम प्रबंधन और व्यापार मनोविज्ञान की समाज होना जरूरी है।
ट्रेडिंग के लिए कौन से बाजार से संबंधित ज्ञान होना चाहिए?
अगर आप शेयर और इक्विटी ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं तो आपको इक्विटी मार्केट की समाझ होनी चाहिए। अगर आप क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं तो आपको क्रिप्टो करेंसी मार्केट की समाझ होनी चाहिए।
Technical analysis और fundamental analysis में क्या अंतर है?
तकनीकी विश्लेषण में ट्रेडिंग की प्रक्रिया में चार्ट और तकनीकी संकेतकों का उपयोग किया जाता है, जबकी मौलिक विश्लेषण में ट्रेडिंग के लिए कंपनियों का वित्तीय प्रदर्शन और बाजार के रुझानो के बारे में जानकरी का उपयोग किया जाता है।
ट्रेडिंग में जोखिम प्रबंधन क्या जरूरी है?
ट्रेडिंग बहुत अप्रत्याशित होता है और इसमें हाई रिस्क है। रिस्क मैनेजमेंट आपको अपने ट्रेडिंग डिसिजन्स को मैनेज करने में मदद करता है और आपकी ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी को सस्टेन करने में मदद करता है।
Trading Strategies क्या है?
ट्रेडिंग रणनीति एक नियमों का सेट है, जिसे आप अपने व्यापार के लिए बनाते हैं। ये नियम आपको बाजार की समाज और आपके जोखिम और इनाम के लक्ष्यों को ध्यान में रख कर बनाए जाते हैं।