बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं- बिटकॉइन लीगल संपूर्ण जानकारी

बिटकॉइन लीगल: बिटकॉइन भारत में एक जटिल कानूनी स्थिति में है। इसे न तो पूरी तरह से गैरकानूनी घोषित किया गया है और ना ही पूरी तरह से कानूनी। भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से बिटकॉइन से जुड़े लेन-देन पर पाबंदी लगा दी है, लेकिन निजी नागरिक अभी भी बिटकॉइन में निवेश और ट्रेडिंग कर सकते हैं।

सरकार ने एक क्रिप्टोकरेंसी बिल का प्रस्ताव रखा है जो बिटकॉइन जैसी निजी क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करेगा। हालाँकि इस बिल में कई विवादास्पद प्रावधान हैं। कुछ राज्यों ने बिटकॉइन पर प्रतिबंध लगा दिया है जबकि कुछ ने इसे कानूनी मान्यता दी हुई है।

बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं

ऐसे में, बिटकॉइन की भारत में वर्तमान कानूनी स्थिति अस्पष्ट बनी हुई है और इसके कानूनी होने में अभी समय लग सकता है। भविष्य के कानून इस पर और स्पष्टता डालेंगे।

बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं!

बिटकॉइन को लेकर भारत में अभी कानूनी स्थिति स्पष्ट नहीं है। हालांकि, कुछ महत्वपूर्ण बिंदु इस प्रकार हैं:

  • 2018 में, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसीज़ पर बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि, इसे पूरी तरह गैर-कानूनी नहीं घोषित किया गया।
  • 2020 में, सुप्रीम कोर्ट ने इसे एक वित्तीय साधन माना और आईटी विभाग को इस पर टैक्स लगाने का निर्देश दिया।
  • वर्तमान में क्रिप्टो एक्सचेंज जैसे WazirX भारत में कानूनी तौर पर पंजीकृत और संचालित हो रहे हैं।
  • सरकार ने एक क्रिप्टो बिल प्रस्तावित किया है जो इस क्षेत्र को विनियमित करेगा।
  • केंद्रीय बजट 2022-23 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल रुपया और केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) की घोषणा की। यह भारत के लिए एक आधिकारिक डिजिटल करेंसी होगी।
  • भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल करेंसी के बीच एक स्पष्ट अंतर किया है। CBDC भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समर्थित होगी जबकि क्रिप्टो गैर-केंद्रीकृत और निजी है।
  • RBI ने हाल ही में UPI आधारित डिजिटल रुपया लॉन्च करने की घोषणा की है। यह बिटकॉइन जैसी गैर-केंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी से अलग होगी।
  • निजी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश अभी भी जोखिम भरा है क्योंकि इसे पूरी तरह से कानूनी मान्यता नहीं मिली है।
  • क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल करेंसी रेगुलेशन बिल, 2022 में संसद में पेश किया गया था। यह क्रिप्टो एसेट्स को विनियमित करने का प्रस्ताव है।
  • बिल के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी के लिए RBI द्वारा जारी लाइसेंस अनिवार्य होगा और कर लगाने का प्रावधान है।
  • बिल में डिजिटल रुपया और CBDC का विस्तृत प्रावधान है, जिसे RBI द्वारा जारी किया जाएगा।
  • कुछ विशेषज्ञों का मानना ​​है कि बिल क्रिप्टोकरेंसी को बहुत कठोर रूप से विनियमित कर सकता है।
  • अंतिम नियम अभी तय नहीं हुए हैं और बिल पर चर्चा जारी है। आने वाले दिनों में इसपर और स्पष्टता की उम्मीद है।
  • कुछ राज्य सरकारें जैसे कर्नाटक ने क्रिप्टो पर अपने स्तर पर पाबंदी लगा दी है। हालाँकि, केंद्रीय स्तर पर अभी कोई पूर्ण प्रतिबंध नहीं है।
  • क्रिप्टो एक्सचेंजों ने स्वम नियमन के माध्यम से क्रिप्टो ट्रेडिंग को विनियमित करने का प्रयास किया है। उदाहरण के लिए, KYC नियमों को लागू करना।
  • RBI गवर्नर ने हाल ही में कहा कि भारत में क्रिप्टो पर पूर्ण प्रतिबंध अव्यवहारिक होगा। लेकिन सख्त नियम आवश्यक हैं।
  • विश्व स्तर पर, बिटकॉइन को एक वैध पैमाने पर स्वीकार किया जा रहा है। भारत में भी जल्द ही स्पष्ट नियम आ सकते हैं।

इसलिए संक्षेप में, भारत में बिटकॉइन की कानूनी स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है। भविष्य में अधिक स्पष्टता की उम्मीद है क्योंकि सरकार इस क्षेत्र पर विचार कर रही है।

बिटकॉइन लीगल करेंसी बने इसके लिए क्या किया जा रहा है?

बिटकॉइन को भारत में एक लीगल करेंसी बनाने के लिए निम्नलिखित प्रयास किए जा रहे हैं:

  • केंद्र सरकार ने Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021 पेश किया है जो क्रिप्टोकरेंसी को वैधता प्रदान करता है।
  • बिल के अनुसार RBI द्वारा लाइसेंस जारी किया जाएगा और कर लगाया जाएगा। इससे कानूनी स्थिति स्पष्ट होगी।
  • सरकार ने कहा है कि वह क्रिप्टो को पूरी तरह से प्रतिबंधित नहीं करना चाहती, बल्कि इसे विनियमित करना चाहती है।
  • RBI ने डिजिटल रुपया लॉन्च करने की घोषणा की है जो क्रिप्टो का विकल्प प्रदान कर सकता है।
  • क्रिप्टो एक्सचेंज जैसे WazirX और CoinDCX ने KYC और अन्य नियमों का पालन करते हुए स्व-विनियमन शुरू किया है।
  • कुछ बड़े निवेशकों ने भी बिटकॉइन में निवेश शुरू कर दिया है।

ये सकारात्मक कदम दर्शाते हैं कि भारत में बिटकॉइन को एक विनियमित, कर योग्य डिजिटल करेंसी बनाने की दिशा में प्रगति हो रही है।

बिटकॉइन लीगल क्यों नहीं हो रहा है?

बिटकॉइन को भारत में अभी तक पूरी तरह से लीगल करेंसी का दर्जा नहीं मिल पाने के कुछ कारण इस प्रकार हैं:

  • केंद्रीय बैंक RBI ने बिटकॉइन पर बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से लेनदेन पर प्रतिबंध लगा रखा है।
  • भारत सरकार और RBI ने बार-बार बिटकॉइन में निवेश से जुड़े जोखिमों की चेतावनी दी है।
  • Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill 2021 में कई प्रतिबंधात्मक प्रावधान हैं जिससे क्रिप्टो की लीगल स्थिति पर संदेह है।
  • भारत में अभी क्रिप्टोकरेंसी के लिए कोई विशिष्ट विनियामक ढाँचा नहीं है।
  • मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी जैसे खतरों को लेकर चिंताएं हैं।
  • RBI अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करना चाहता है और बिटकॉइन को उसका विकल्प नहीं मानता।
  • भारत में अभी बिटकॉइन के प्रति सामान्य जागरूकता कम है।

इसलिए सरकार और नियामकीय निकायों को अभी बिटकॉइन पर विश्वास जताने में संकोच है।

बिटकॉइन लीगल होने की कब तक संभावना है?

बिटकॉइन को भारत में पूरी तरह से लीगल करेंसी बनाने में अभी कुछ समय लग सकता है। कुछ संभावित समय-सीमाएं इस प्रकार हैं:

  • 1 से 2 वर्ष:

क्रिप्टो बिल 2021 पारित होने पर बिटकॉइन पर कानूनी स्थिति स्पष्ट हो सकती है। हालांकि बिल में कई प्रतिबंध हो सकते हैं।

  • 2 से 3 वर्ष:

RBI अपना खुद का डिजिटल करेंसी लॉन्च कर सकता है। इसके बाद बिटकॉइन पर रुख आसान हो सकता है।

  • 3 से 5 वर्ष:

सरकार और RBI बिटकॉइन के प्रति अपना रुख बदल सकते हैं और इसे वैध करेंसी मानने की घोषणा कर सकते हैं।

  • 5 वर्ष से अधिक:

बिटकॉइन का व्यापक अपनाया जाना और कानूनी ढांचे का विकास होना। लेकिन अनिश्चितताएं बनी रह सकती हैं।

भारत में बिटकॉइन संबंधी नीतियां विकसित हो रही हैं और समय के साथ इसकी स्थिति स्पष्ट होती जाएगी। लेकिन इसे तत्काल लीगल बनाने की संभावना कम लगती है।

कैसी स्थिति में बिटकॉइन को लीगल माना जाता है?

बिटकॉइन को भारत में लीगल मान्यता प्राप्त होने के लिए निम्न परिस्थितियाँ अनुकूल होनी चाहिए:

  • संसद में क्रिप्टोकरेंसी विनियमन विधेयक पारित होना चाहिए, जो बिटकॉइन जैसी निजी क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता दे।
  • विधेयक में बिटकॉइन पर किसी प्रकार के पूर्ण प्रतिबंध का प्रावधान नहीं होना चाहिए।
  • RBI को बिटकॉइन पर अपनी गाइडलाइन जारी करनी चाहिए और बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से लेन-देन की अनुमति देनी चाहिए।
  • सरकार को बिटकॉइन को विधि व्यवस्था के दायरे में लाकर इस पर उचित विनियमन लागू करना चाहिए।
  • बिटकॉइन पर स्पष्ट कर नीतियां बनाई जानी चाहिए ताकि निवेशकों के हितों की रक्षा हो।
  • जनता में बिटकॉइन के प्रति जागरूकता और समझ बढ़ाने की आवश्यकता है।

इस प्रकार की अनुकूल स्थितियों में बिटकॉइन को भारत में लीगल करेंसी का दर्जा मिल सकता है।

क्या बिटकॉइन में टैक्स लगना लीगल करेंसी की मान्यता देना?

बिटकॉइन पर टैक्स लगाने का मतलब यह नहीं है कि इसे लीगल करेंसी के रूप में मान्यता दी गई है। इस संबंध में कुछ प्रमुख बिंदु:

  • भारत में बिटकॉइन को अभी तक किसी भी कानून द्वारा लीगल टेंडर या करेंसी का दर्जा नहीं दिया गया है।
  • 2018 में, भारत सरकार ने बिटकॉइन पर टैक्स लगाने की घोषणा की थी ताकि इसपर नियंत्रण रखा जा सके।
  • लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सरकार ने इसे कानूनी करेंसी मान लिया है। यह केवल टैक्सेशन का मुद्दा है।
  • RBI ने अभी तक बिटकॉइन को मान्यता नहीं दी है और बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से इसपर पाबंदी जारी है।
  • क्रिप्टो एसेट्स पर सरकार द्वारा टैक्स लगाया जा सकता है भले ही उन्हें लीगल करेंसी का दर्जा न दिया गया हो।

इसलिए, बिटकॉइन पर टैक्स लगना इसे लीगल मान्यता प्रदान करने के बराबर नहीं है। यह केवल इसके ट्रेड और ट्रांजेक्शन पर सरकार का नियंत्रण सुनिश्चित करने की कोशिश है।

बिटकॉइन लीगल vs नहीं

बिटकॉइन के भारत में लीगल होने के पक्ष में और विपक्ष में मुख्य तर्क इस प्रकार हैं:

लीगल होने के पक्ष में:

  • कई देशों ने बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है।
  • भारत में कई क्रिप्टो एक्सचेंज वैध रूप से काम कर रहे हैं।
  • सुप्रीम कोर्ट ने बिटकॉइन को मान्यता दी है।
  • बिटकॉइन पर टैक्स लगाया जा रहा है।
  • यह भुगतान प्रणाली का एक नया रूप है जिसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

लीगल नहीं होने के पक्ष में:

  • RBI ने अभी तक इसे मान्यता नहीं दी है।
  • इसका कोई विनियामक ढांचा नहीं है।
  • इसमें निवेश का उच्च जोखिम है।
  • मनी लॉन्ड्रिंग और अपराध की संभावनाएं हैं।
  • RBI अपना खुद का डिजिटल करेंसी लॉन्च करना चाहता है।
  • वर्तमान में इसे प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता।
बिटकॉइन लीगल होने की कब तक संभावना है

इसलिए भारत में बिटकॉइन की कानूनी स्थिति ग्रे एरिया में है और इसे लेकर विवाद जारी है।

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FAQs

बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं से जुड़े अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न एवं उनके उत्तर

बिटकॉइन भारत में पूरी तरह गैरकानूनी है या लीगल?

बिटकॉइन भारत में न तो पूरी तरह गैरकानूनी और ना ही पूरी तरह लीगल है। यह एक ग्रे एरिया में है।

बिटकॉइन पर RBI का क्या रुख है?

RBI ने बैंकों को बिटकॉइन से जुड़े लेन-देन से प्रतिबंधित किया है, लेकिन इसे पूरी तरह गैरकानूनी नहीं घोषित किया है।

क्या भारत में बिटकॉइन ट्रेडिंग लीगल है?

हां, भारत में बिटकॉइन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करना कानूनी है।

क्या बिटकॉइन पर टैक्स लगता है?

2018 में, भारत सरकार ने बिटकॉइन पर टैक्स लगाने की घोषणा की थी।

क्या भारत में बिटकॉइन माइनिंग लीगल है?

नहीं, वर्तमान में भारत में बिटकॉइन माइनिंग पर प्रतिबंध है।

क्या भारत सरकार बिटकॉइन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है?

ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। सरकार ने कहा है कि वह इसे विनियमित करना चाहती है।

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